rishikesh kotwali : पुलिस कस्टडी में मौत होने का आरोप 2024 ?
ऋषिकेश: उत्तराखंड में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां पर पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। इस व्यक्ति का नाम रणवीर सिंह रावत था, और उनके परिवार का कहना है कि उन्हें गलत तरीके से स्कूटी चोरी के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था।कब तक ऐसी घटनाएं उत्तराखंड देवभूमि होती रहेगी आज रणवीर सिंह के रावत के साथ हुआ कल किसी और के साथ भी हो सकता है एक तरफ पुलिस प्रशासन लोगों को जागरूक करने पर लगा है दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं सामने आती है जानते हैं पूरा मामला क्या है!
गिरफ्तारी और आरोप : रणवीर सिंह रावत को पुलिस ने 23 तारीख को गिरफ्तार किया था। पुलिस का आरोप था कि उन्होंने एक स्कूटी चोरी की है। हालांकि, रणवीर के परिवार का कहना है कि वह निर्दोष थे। उनका दावा है कि दो दिन पहले उनका एक दोस्त उनके घर पर स्कूटी छोड़कर गया था और रणवीर केवल उसे चला रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें स्कूटी चलाते देखा, तो स्कूटी जब्त कर ली और घर पर आकर रणवीर को गिरफ्तार कर लिया गया था?पुलिस कस्टडी में मौत
पुलिस कस्टडी में रणवीर की हालत : रणवीर की गिरफ्तारी के बाद, उनकी पत्नी ने उनसे मिलने के लिए थाने का रुख किया। उनकी पत्नी का कहना है कि जब वह थाने पहुंचीं, तो रणवीर की हालत बहुत खराब थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने रणवीर के साथ मारपीट की थी, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई। अगले दिन, जब यह खबर पूरे परिवार को मिली, तो वे सभी थाने पहुंचे।
25 तारीख को, रणवीर की पत्नी और परिवार को थाने से फोन आया कि रणवीर की मृत्यु हो गई है। यह सुनते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। परिवारजनों ने पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रणवीर की पत्नी ने बताया कि 14 तारीख को वह अपने दोस्त के साथ एक पार्टी में गए थे, जहां से लौटते समय उनके दोस्त ने उन्हें स्कूटी से घर छोड़ा था। स्कूटी उनके घर पर ही थी, जिसे रणवीर चला रहे थे जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।
परिवार का आरोप, परिवारजनों का आरोप है कि पुलिस ने रणवीर के साथ अमानवीय व्यवहार किया, जिससे उनकी मृत्यु हुई। रणवीर की पत्नी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद 23 तारीख को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था और जेल भेज दिया गया था। 25 तारीख को जब उनकी पत्नी उनसे मिलने जेल गईं, तो थोड़ी ही देर बाद जेल से फोन आया कि रणवीर की मौत हो गई है।
मांग न्याय की रणवीर सिंह रावत की मृत्यु के बाद, परिवार ने उन सिपाहियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने रणवीर को गिरफ्तार किया था। उनका कहना है कि रणवीर निर्दोष थे और पुलिस की मारपीट के कारण उनकी जान चली गई। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहा है।