Uttarakhand Rishikesh: जेल में संदिग्ध हालत में रणवीर रावत की मौत,
उत्तराखंड के टिहरी जिले के ग्राम पंचायत मंदार के रहने वाले रणवीर सिंह रावत की पुलिस कस्टडी जेल में मृत्यु हो गई। वह ऋषिकेश के ढालवाला क्षेत्र में अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रहते थे। 22 जून को दो लोग, जो खुद को ऋषिकेश कोतवाली पुलिस बता रहे थे, रणवीर सिंह को अपने साथ ले गए।
यह खबर सुनकर रणवीर सिंह के परिवार को गहरा सदमा लगा। उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि जो लोग बिना वर्दी के रणवीर सिंह को घर से ले गए थे, वही इसके जिम्मेदार हैं। रणवीर सिंह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं।रणवीर सिंह की पत्नी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि उनके पति के साथ अन्याय हुआ है और उन्हें न्याय चाहिए।
23 जून को पुलिस ने रणवीर सिंह को कोर्ट में पेश किया और उन पर स्कूटी चोरी का आरोप लगाकर जेल भेज दिया। उनकी पत्नी ने यह जानकारी उनके भाई को दी। 25 जून को रणवीर सिंह की पत्नी उनसे मिलने के लिए जेल गई। जब वह घर लौटीं, तो उन्हें जेल से फोन आया कि रणवीर सिंह की मृत्यु हो गई है। death in jail
मंदार गांव में पंचायती बैठक: इसी दौरान आज ग्राम पंचायत मंदार में एक बैठक हुई। इसमें गाँव के लोगों ने बताया कि हाल ही में ऋषिकेश कोतवाली के कुछ पुलिसकर्मियों ने रणवीर रावत के साथ मारपीट की, उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया, और उन पर झूठे मुकदमे लगाए। इस कारण रणवीर रावत की मृत्यु हो गई। बैठक में इस घटना की निंदा की गई और यह प्रस्ताव पारित किया गया कि यदि दोषियों के खिलाफ जल्दी सख्त कार्रवाई नहीं की गई और रणवीर रावत के परिवार को उचित मुआवजा नहीं दिया गया, तो गाँव के लोग, प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, और जनता आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। मंदार पूर्व क्षेत्र पंचायत विजयपाल रावत
इस घटना ने समाज में गहरा असर डाला है। इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। रणवीर सिंह की मृत्यु ने उनके परिवार को गहरा आघात पहुंचाया है और उन्हें न्याय दिलाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।