Hathras : यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से 122 लोगों की मौत, पूरी खबर देखें,
Hathras : आज सत्संग के बाद भगदड़ मच गई, जिसमें कई महिलाएं और बच्चे मारे गए। यह बहुत ही दुखद घटना है। हाथरस में भगदड़ क्यों हुई, इसकी जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले को खुद देखना चाहिए। इसके पीछे कोई साजिश भी हो सकती है।हाथरस हादसा कैसे हुआ?
हाथरस हादसा कैसे हुआ? उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज सिंह ने मीडिया को बताया कि जब बाबा जा रहे थे, तो लोग उनके पैर छूने और मिट्टी उठाने के लिए पास के नाले में एक के ऊपर एक गिरने लगे। इसी वजह से यह हादसा हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में बाबा पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और घटना की पूरी जांच की जाएगी।
उत्तरप्रदेश हाथरस:हाथरस एक जगह है जहाँ जहाँ कुछ समय पूर्व में एक दुखद घटना हुई थी। एक लड़की के साथ बहुत बुरा व्यवहार हुआ और इस वजह से उसकी जान चली गई थी। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था और लोग बहुत गुस्से में में। लोगों ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किए और न्याय की मांग की। सरकार और पुलिस से लोग सवाल कर रहे थे कि इस तरह की घटनाएँ कैसे रुकेंगी और दोषियों को कब सजा मिलेगी।

हाथरस, यूपी: हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस भगदड़ में 120 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। यह हादसा हाथरस से 47 किलोमीटर दूर फुलराई गांव में हुआ। फुलराई गांव में भोले बाबा के सत्संग का कार्यक्रम चल रहा था। जैसे ही सत्संग खत्म हुआ, लोग भागने लगे और भगदड़ मच गई, जिससे यह हादसा हुआ। फुलराई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था. भोले बाबा के कार्यक्रम में 52 हजार से भी ज्यादा लोग पहुंचे थे कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दूर दूर से लोग पहुंचे थे कार्यक्रम के बाद भगदड़ मच गयी और लोगों 122 लोगों की मृत्यु हो गयी,
सीएम योगी आदित्यनाथ एक्स पर लिखा, ”मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘हाथरस में हुई दुखद दुर्घटना से बहुत दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं. मैंने अधिकारियों को तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने और घायलों का सही इलाज करने का आदेश दिया है. उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटनास्थल के लिए जा रहे हैं. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी वहां पहुंचने के लिए कहा है. आगरा के एडीजी और अलीगढ़ के कमिश्नर के नेतृत्व में टीम बनाई गई है जो दुर्घटना के कारणों की जांच करेगी. प्रभु राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को जल्दी स्वास्थ्य लाभ मिले.’

उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री
हाथरस के डीएम आशीष कुमार ने बताया कि हाथरस के एक गांव में सत्संग हो रहा था। जब सत्संग खत्म हुआ और बहुत उमस थी, लोग जल्दी-जल्दी निकल रहे थे। उसी समय ये हादसा हुआ। इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई है और घायलों को अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सत्संग की परमिशन एसडीएम ने दी थी और कानून-व्यवस्था के लिए ड्यूटी लगाई गई थी। अंदर की व्यवस्था आयोजकों के जिम्मे थी। इस घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस भगदड़ पर कहा,
“यह घटना बहुत दुखद और हृदय विदारक है। हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के दौरान यह हादसा हुआ। जब सत्संग के प्रवचनकर्ता मंच से उतर रहे थे, तब भक्तों की भीड़ उन्हें छूने के लिए आगे बढ़ गई और सेवादारों द्वारा रोकने पर भगदड़ मच गई। हमने इस मामले की जांच के लिए एडिशनल डीजी आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की टीम बनाई है, जो जल्द ही रिपोर्ट देगी। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताया है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल नागरिकों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। राज्य सरकार इस घटना की पूरी जांच करेगी।”