Uttarkashi insufficiency of water : भीषण जल संकट पीएम मोदी से गुहार,
उत्तरकाशी जिले में बड़कोट इन दिनों पानी की भारी कमी का सामना कर रहा है। यह समस्या न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी बड़ी परेशानी बन गई है।
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उत्तरकाशी के बड़कोट में नगर पालिका को पानी की कमी की समस्या हो रही है। वहाँ के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे मदद की गुहार लगाई और पत्र भी भेजे। यह समस्या काफी समय से है और लोग चाहते हैं कि इसका जल्द से जल्द समाधान हो। लोगों ने “पानी दो” के नारे लगाकर धरना भी दिया। उन्होंने कहा कि यहाँ की पानी की समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए।
बड़कोट में पानी की कमी के पीछे कई कारण हैं, जैसे:
• बहुत गर्मी:
इस साल बहुत ज्यादा गर्मी पड़ी है, जिससे पानी के स्त्रोतों में पानी कम हो गया है
जल संसाधनों की कमी:
बड़कोट में पर्याप्त जल संसाधन नहीं हैं। यहाँ न तो कोई बड़ी नदी है और न ही भूजल का स्तर ऊँचा है।
• पुराना जल वितरण सिस्टम: बड़कोट का जल वितरण सिस्टम पुराना और खराब है। पाइपों में अक्सर रिसाव होता रहता है, जिससे पानी बर्बाद होता है।
• बढ़ती आबादी: पिछले कुछ वर्षों में बड़कोट की आबादी तेजी से बढ़ी है, जिससे पानी की मांग भी बढ़ गई है।
बड़कोट के लोगों पर पानी की कमी का बड़ा असर हो रहा है। उन्हें घर के कामों के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। कई लोगों को पानी लाने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है।इसके साथ ही, पानी की कमी का असर पर्यटन पर भी पड़ रहा है। बड़कोट चारधाम यात्रा का एक अहम हिस्सा है, और पानी की कमी की वजह से श्रद्धालुओं को बहुत परेशानी हो रही है।
स्थानीय प्रशासन और जल विभाग पानी की कमी की समस्या को हल करने के लिए कोशिश कर रहे हैं।जल संकट सिर्फ बड़कोट में ही नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों में भी है। जलवायु परिवर्तन की वजह से भविष्य में यह समस्या और बढ़ सकती है। हमें मिलकर पानी बचाने के लिए कोशिश करनी होगी और पानी के महत्व को समझना होगा।पानी की कमी एक बड़ी समस्या है। इसे हल करने के लिए तुरंत और लंबे समय तक चलने वाले उपाय चाहिए। इसके लिए स्थानीय लोगों, प्रशासन और जल संस्थान को मिलकर काम करना होगा ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके।