तिनगढ़ गाँव – बूढ़ाकेदार की गोद में बसा हुआ दिल दहलाने वाली घटना,
तिनगढ़ नाम सुनते ही एक सुंदर तस्वीर दिमाग में आती है, है ना? यह गाँव उत्तराखंड के बूढ़ाकेदार घाटी में है। चारों ओर पहाड़ों से घिरा यह गाँव, प्रकृति की सुंदरता का एक अनमोल उपहार है।
नदी के एक किनारे पर तिनगढ़ गांव है और दूसरे किनारे पर तोली गांव। तोली में कल मलबा घुसने से एक घर में माँ-बेटी की मौत हो गई। आज तिनगढ़ के परिवारों को शिफ्ट किया गया। तोली गांव के विस्थापन की मांग बहुत पुरानी है, सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।
यहाँ की हवा बहुत ताज़गी भरी है। हरियाली से भरे खेत, दूर तक फैले देवदार के जंगल, और साफ़ नीला आसमान – ये सब मिलकर तिनगढ़ को स्वर्ग जैसा बनाते हैं। गाँव के लोग बहुत मेहनती और मिलनसार हैं। वे खेती और पशुपालन से अपनी ज़िंदगी चलाते हैं।
मानसून में लोग अपने घर-बार छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं। खेत और जानवरों को छोड़कर, वे कहीं और चले जाते हैं। तिनगढ़ गाँव के 50 परिवारों को जिला प्रशासन ने एक स्कूल में शिफ्ट कर दिया। यह बूढ़ा केदार का आपदा प्रभावित क्षेत्र है। तिनगढ़ गाँव नदी के एक किनारे पर है और नदी के दूसरे किनारे पर तोली गाँव है।
क्या आपने कभी तिनगढ़ गाँव के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आपको एक बार जरूर जाना चाहिए। यह एक ऐसा अनुभव होगा जिसे आप कभी नहीं भूल पाएंगे। उन लोगों की मदद कर सकते है, जिनके घर आपदा से तबाह हो गए,
क्या आप तिनगढ़ के बारे में और जानना चाहते हैं? हमें कमेंट करके बताइए।